20 August - Sadbhavana Diwas : क्यों मनाया जाता है सद्भावना दिवस ?
सद्भावना याने सब के लिए अच्छी भावना रखना, बिना छल कपट से किसी के लिए अच्छा करना। भारत मे 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाया जाता है। यह दिवस भारत के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जयंती पर मनाया जाता है।
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। उन्होंने 1984-1989 तक पद संभाला और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने भारत की शिक्षा प्रणाली और अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से कई प्रगतिशील नीतियों की शुरुआत की। उनकी कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियों में शामिल हैं -
राष्ट्रीय शिक्षा नीति - राजीव गांधी ने उच्च शिक्षा योजनाओं को आधुनिक बनाने और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देने के लिए 1986 में शिक्षा पर एक राष्ट्रीय नीति पेश की।
जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली - राजीव गांधी ने 1986 में समाज के ग्रामीण वर्ग के उत्थान के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली नामक एक केंद्र-सरकार-आधारित संस्थान की स्थापना की, जो उन्हें 6 वीं से 12 वीं कक्षा तक मुफ्त आवासीय शिक्षा प्रदान करती है।
दूरसंचार विकास - उनके प्रयासों के कारण, एमटीएनएल (महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड) की स्थापना 1986 में हुई थी और ग्रामीण क्षेत्रों में टेलीफोन फैलाने के लिए सार्वजनिक कॉल कार्यालय (पीसीओ) भी बनाए गए थे।
आर्थिक सुधार - 1990 के बाद, उन्होंने लाइसेंस राज को कम करने के उपायों की शुरुआत की, जिससे व्यवसायों और व्यक्तियों को पूंजी, उपभोक्ता सामान खरीदने और नौकरशाही प्रतिबंधों का आयात करने की अनुमति मिली।
युवा सशक्तिकरण - राजीव गांधी ने मतदान प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए मतदान की आयु 18 वर्ष बताई। उन्होंने देश के युवाओं की क्षमता पर जोर दिया और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए जवाहर रोजगार योजना जैसी योजनाएं शुरू कीं।
सद्भावना दिवस का महत्व -
सद्भावना दिवस भारत के विकास और प्रगति के लिए राजीव गांधी की आकांक्षाओं की याद दिलाता है। उत्सव विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता, शांति, सहानुभूति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने पर जोर देता है। इस दिन का केंद्रीय थीम विभिन्न समुदायों के बीच सद्भावना और समझ को बढ़ावा देना, आपसी सम्मान और समन्वय का माहौल बनाना है।
सद्भावना दिवस प्रतिज्ञा -
"मैं ये पूरी गंभीर प्रतिज्ञा लेता हूँ कि मैं जाति, क्षेत्र, धर्म और भाषा को बिना ध्यान दिये भारत के सभी लोगों की भावनात्मक एकात्मकता और सद्भावना के लिये कार्य करुँगा। और मैं कसम खाता हूँ कि बिना हिंसा के संवैधानिक साधनों और बातचीत के द्वारा एक-दूसरे के बीच की दूरियों को अवश्य समाप्त कर दूँगा।"
राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार की स्थापना -
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1992 में राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार (Rajiv Gandhi Sadbhavana Award) की स्थापना की।
राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार -
सद्भावना पुरस्कार प्रतिवर्ष उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने सद्भाव की भावना को समझने और बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। पुरस्कार विजेताओं को 10 लाख रुपये का पुरस्कार और एक प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है।
> सबसे पहले सद्भावना पुरस्कार 1992 मे मदर टेरेसा को उनके समाज सेवा के लिए दिया गया था।
> 1993 मे ये पुरस्कार उस्दाद बिस्मिल्लाह खान को संगीत एवं समाजसेवा के लिए दिया गया था।
> 1994 मे ये पुरस्कार समाज सेवा के लिए दिया गया था।
> 1995 मे समाज कल्याण के कार्यहेतु जगन्नाथ कोली को दिया गया।
> 1996 मे ये पार्श्व गायिका के लिए लता जी मंगेशकर को मिला था।
> 1998 मे ये पुरस्कार शांति कार्यकर्त्ता के लिए अभिनेता सुनील दत्त को दिया गया था।
> 2000 मे ये पुरस्कार कला और इतिहास के लिए कपिला वात्सायन को मिला।
> 2003 मे राष्ट्रिय युवा परियोजना के संस्थापक सुब्बा राव को मिला।
> 2004 मे स्वामी अग्निवेश को बंधुवा मजदूरी के खिलाफ काम करनेवाले आर्य समाज के संस्थापक को मिला।
> 2006 मे सामाजिक कार्यकर्ता, महिलाओं एवं आदिवासी समाज के उत्थान के लिए निर्मला देशपांडे को मिला।
> 2007 मे आसाम के सांप्रदायिक कार्यकर्त्ता हेम दत्ता को ये पुरस्कार मिला।
> 2008 मे सामाजिक कार्यकर्ता, प्रोफेसर एवं लेखक एन. राधाकृष्णन को ये पुरस्कार मिला।
> 2009 मे पौनार आश्रम के सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता गौतम भाई को ये अवार्ड मिला।
> 2010 मे वहीदुद्दीन खान को शांति कार्यकर्ता के लिए ये अवार्ड मिला।
> 2011 मे ये पुरस्कार स्पीक मैके को युवाओं के बीच शास्त्रीय संगीत एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दिया गया था।
> 2012 मे विकलांगो को सहायता करने हेतु मेहता जी को दिया गया था।
> 2013 मे संगीतकार अमजद अली खान को ये पुरस्कार मिला।
> 2014 मे फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली को ये पुरस्कार मिला।
> 2016 मे गायक शुभा मुदगली को ये पुरस्कार मिला था।
> 2017 मे पूर्व क्रिकेटर मोहमद अजरुद्दीन को मिला।
> 2018 मे शांति एवं सद्भावना के लिए गोपालकृष्ण गाँधी को ये पुरस्कार मिल चूका है।
सद्भावना दिवस सभी धर्मों, भाषाओं और क्षेत्रों के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने, हिंसा त्यागने तथा लोगों के बीच सद्भावना बनाए रखने के लिए मनाया जाता है।
शांति हो, सद्भावना हो, भाईचारा हो
हे प्रभु, मेरे विश्व मे यह सब दोबारा हो।
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