26 January और गणतंत्र दिवस / Republic Day का क्या है इतिहास ?

 गणतंत्र दिवस / Republic Day

          २६ जनवरी याने गणतंत्र दिवस। ये राष्ट्रिय त्यौहार पुरे भारत देश मे बड़ी धुमधान से मनाया जाता है। पुरे धर्म, जाती के लोग यहां सिर्फ भारतवासी कहलाते है। अनेकता मे एकता यहां दिखाई देती है। २६ जनवरी १९५० को भारत मे संविधान लागु हुआ था इसलिए ये दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।  


26 January और गणतंत्र दिवस / Republic Day  का क्या है इतिहास ?


गणतंत्र दिवस / Republic Day का इतिहास 

          भारत की आजादी के बाद 9 दिसम्बर 1947 को संविधान बनानेकी सभा बनी। डॉ. बी आर. आंबेडकर के अध्यक्षता मे संविधान 2 वर्ष 11 माह व 18 दिन में बना कर तैयार किया गया। इसी दिन भारतीय कांग्रेस सरकारद्वारा भारत में पूर्ण स्वराज को भी घोषित कर दिया गया था और उस दिन से 26 जनवरी गणंतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय संविधान निर्माण के लिए 22 समितियों का चुनाव किया गया। जिनका कार्य संविधान का निर्माण करना व संविधान बनाना था।संविधान सभा द्वारा संविधान निर्माण के लिए 114 दिन की बैठक की गयी जिसमे 308 सदस्यों ने भाग लिया था। इन सदस्यों मे डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद प्रमुख सदस्य थे।  


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गणतंत्र दिवस /  Republic Day का आयोजन 

          गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम सुबह प्रधानमंत्री के शहीद ज्योति के अभिवादन से शुरू होता है, प्रधानमंत्री सुबह सबसे पहले इण्डिया गेट पर प्रज्वलित शहीद ज्योति पर जाकर उनका अभिवादन करके राष्ट्र की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। इसके बाद राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रपति की सवारी विजय चौक की और निकलती है, परम्परा के अनुसार राष्ट्रपति के साथ में गणतंत्र दिवस पर आमंत्रित मुख्य अतिथि भी होते हैं। यहां तीनों सेनाओं के सेनाध्यक्ष राष्ट्रपति का स्वागत करते हैं। इसके बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री का अभिवादन स्वीकार कर आसान ग्रहण करते हैं। फिर झंडारोहण और राष्ट्रगान के बाद गणतंत्र दिवस की परेड आरम्भ की जाती है।


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          गणतंत्र दिवस के मोके पर हर साल राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में इंडिया गेट पर खास परेड का आयोजन होता है, इस कार्यक्रम में आम नागरिक भी शामिल हो सकते हैं, गणतंत्र दिवस के इस खास मौक़े पर हजारों की संख्या में लोग राजपथ पर होने वाली इस परेड और कार्यक्रम को देखने के लिए आते हैं। 26 जनवरी की परेड में तीनों सेनाएँ विजय चौक से परेड शुरू कर राष्ट्रपति और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते हुए राजपथ से होकर निकलती है।


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          गांव से लेकर शहरों तक ऱाष्ट्रभक्ति के गीत की गूंज सुनाई देती है एवं छोटे बच्चों को आजकल तिरंगी कपडे पहनानेका ट्रेंड काफी देखने मिलता है। 

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FAQ'S -

> गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है ?

गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है।


> Republic Day क्यों मनाया जाता है ?

क्योकि 26 जनवरी 1950 के दिन भारतीय संविधान को बना कर लागू कर दिया गया था।


> भारतीय संविधान को बनाने में कितना समय लगा ?

भारतीय संविधान को बनाने में 2 वर्ष 11 माह व 18 दिन का समय लगा।


 > संविधान सभा बैठक के मुख्य सदस्य कौन-कौन थे ?

डॉ भीमराव अंबेडकर, पंडित जवहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ये मुख्य सदस्य थे।


> गणतंत्र दिवस की परेड में कौन-कौन सी सेनाएं भाग लेती हैं ?

परेड में तीनों सेनाएं ( जल, थल, नभ ) भाग लेती हैं।


> गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति क्यों फहराते हैं झंडा?

राष्ट्रपति देश के संवैधानिक प्रमुख हैं। भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। जिस उपलक्ष्य में इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। इसी दिन देश को अपने पहले राष्ट्रपति भी मिले थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इसी दिन राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला था। इसलिए 26 जनवरी को राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं।


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