Friends Forever

Happy-Friendship-day

Friends Forever

There is no possession more valuable than a good and faithful friend—Socrates

                 दोस्त... क्या होते है ये दोस्त ? ये वो रिश्ता है जो भगवान ने नहीं बल्कि हमने धरती पे बनाया है। दुनिया मे शायद ही कोई मिलेगा जिसके पास दोस्त नहीं। जहा दो हस्ती मिल जाती है वहा दोस्ती शुरू हो जाती है। ये एक ऐसा खजाना है की जहा हम आसानी से सबकुछ शेयर कर सकते है। जिसकी जरुरत हमें हर पल है क्योंकि ये एक ऐसा रिश्ता है जहा कोई फरमाइशें नहीं, कोई दिखावा नहीं, ना कोई रंग-रूप, ना कोई जात-पात, ना कोई भेदभाव इन सबसे ऊपर है दोस्ती। ऐसे ही दोस्ती को समर्पित है दोस्ती दिवस / Friendship day!

We are Best Friends Forever 


                 भारतीय संस्कृती मे हमेशा माता-पिता और गुरु के बाद मित्र का स्थान सर्वोच्च बताया गया है। जब बात मित्रता की आती है तब हम कृष्ण एवं सुदामा को नहीं भूलते। उनके मित्रता की मिसाल आज भी दी जाती है। एक प्यारी कथा है श्री कृष्णा और सुदामा की। जो मै आपको बताने जा रही हु। दोनों एकबार जंगल मे फल तोड़ने गए। कृष्ण ने कहा, मै पेड़ पे चढ़ता हु और वहा से फल तोड़के निचे फेकूंगा तुम उसे पकड़ लेना। फिर साथ मे खायेंगे। श्रीकृष्ण ने एक फल तोड़के सुदामा की ओर फेंका और कहा, जरा फल चख के देखो तो कैसा है ? सुदामा ने कहा, फल तो बहोत मीठा है। ऐसा कह के पूरा फल खा लिया। उस पेड़ पे कुल मिलाके ४ ही फल थे। कृष्णा फेकता गया और सुदामा खाता गया। पुरे ३ फल सुदामा खा गया। जब आखरी फल देखा तो श्रीकृष्ण बोले, सुदामा तुम्हे इतनी भी क्या भूक लगी है की तुमने तीनो फल खा लिए। थोड़ासा इंतज़ार भी नहीं कर सकते थे। ऐसा कहते हुए चौथा फल श्री कृष्णने खाया और खाते ही बहोत कड़वा लगा।  तब श्रीकृष्णने सुदामा से कहा, ये तो बहोत कड़वा है। तब सुदामाने कहा, हा, मुझे पता है। इसलिए तो मै सब फल खा रहा था ताकि तुम्हे कड़वाहट का सामना ही ना करना पड़े। ये सुनकर कृष्ण ने सुदामा को गले से लगाया।   
      

Krisha-sudama

History of Friendship Day

                हर साल भारत मे मित्रता दिवस अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। सोशल मिडिया के चलते ये दिवस काफी धूमधामसे मनाया जाता है। इस दिन की शुरुवात अमेरिका मे १९३५ मे हुई थी। कहा जाता है की इस दिन अमेरिका के सरकारने एक आदमी को मार दिया था और उसकी गम मे एक दोस्तने आत्महत्या कर ली थी। उसी दिन से अगस्त के पहले रविवार को Friendship Day मनाने का निर्णय लिया गया था। विभिन्न देशो मे अलग अलग तिथियों पर मित्रता दिवस मनाते है। पहिला विश्व मित्रता दिवस ३० जुलाई १९५८ मे विश्व मैत्री धर्मयुद्धद्वारा प्रस्थापित किया गया था। २७ अप्रैल २०११ को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने ३० जुलाई को आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय मैत्री दिवस घोषित किया गया। कुछ देशो मे इस तिथी को ही मित्रता दिवस मनाते है। 
     

Why Friendship is Important?

              आपको आपका मित्र चुनने की पूरी स्वतंत्रता है। यही इस रिश्ते की खास बात है। अच्छे दोस्त हमेशा एक दूसरे के जीवन मे अहम भूमिका निभाते है। जो एक दूसरे के बिना अधूरे होते है जैसे की लॉरेन और हार्डी, टॉम और जेरी इन बेस्टी के नाम हमने अक्सर सुने है।  दोस्त वो होता है जब भी आप किसी समस्या मे हो तो वो पहला इंसान होता है जो आपके साथ खड़ा होता है। जो दोस्ती के मायने जानते है उनकी दोस्ती जीवनभर चलती है जैसे की एक दूसरे के स्थान पे आक्रमण ना करे अर्थात एक दूसरे की जगह लेने की कोशिश ना करे। मेरे हिसाब से दोस्ती का मतलब निजी जीवन मे व्यस्त होने के बावजूद थोडासा समय और महत्व एक दूसरे को देना। सबसे अहम बात एक दूजे के प्रति दिल मे कठोर भावना ना रखो, आप जैसे भी हो एक दूसरे को स्वीकार करो। अगर कोई आपका सबसे अच्छा दोस्त है तो अच्छाई और बुराई दोनों उसके सामने करो, पीठ पीछे नहीं। अगर आपका वो अच्छा दोस्त है तो ये अनुमती अनिवार्य है। अच्छा दोस्त वही होता है जिसके साथ आप समय बिताना पसंद करते हो, सबकुछ बताना पसंद करते हो, उसके साथ हस लेते हो, जीवन का दुःख आंसू के सहारे बयां कर सकते हो। मजाक कर सकते हो और घंटो तक बाते कर सकते हो। ये सब अच्छे दोस्ती के संकेत है। 
  




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              मेरा तो ये मानना है, दोस्तों के दुनिया मे सफर काफी सुहाना होता है। एक बार हम अपनी ज़िन्दगी मे व्यस्त हो गए तो सिर्फ अनगिनत यादें रह जाती है। हमेशा हमसे नए राह पे नए दोस्त मिलते जाते है लेकिन समय की कमी के कारण तथा जिम्मेदारियों मे कहीं न कही दोस्त पीछे झूट जाते है लेकिन एक अच्छी कहानी बनके हमेशा साथ रहते है। मै मेरे सारे दोस्तों को कहना चाहूंगी...


 फिर मिलो कभी चाय पर दोस्ती के क़िस्से बुनेंगे...
तुम ख़ामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे।



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15 Comments

  1. Friends are to life what spices are to food, their presence is barely felt on looking but their presence is what makes food (or life) worth having...!!

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  2. very well written and broader perspective..happy friendship day bro��

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  3. Bahot badhiya 👌👌 achhe dost bhi kismat se hi milate hai

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  4. Beautifully Explain. What is friendship. Keep doing things.

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