Self confidence is the memory of success. – David Storey
What is meaning of self-confidence?
आत्मविश्वास का मतलब है स्वयं पर विश्वास रखना अर्थात खुदपर और खुद की क्षमताओं पर विश्वास होना। आप आपकी ताकद और कमजोरी दोनों को अच्छी तरहसे जानते है तो आप मे आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं। आत्मविश्वास हमारे लिए बहोत कुछ करता है। यह हमारे आत्मसम्मान को बढ़ाता है, तनाव को कम करता है, कुछ नया कार्य करने को प्रेरित करता है। सबसे अच्छी बात ये की हमें अपने बारे मे अच्छा महसूस करवाता है। हमें आत्मनिर्भर बनाता है।
एक बार इंडिया और ऑस्ट्रिलिया मे अंतरराष्ट्रिय सामना हुआ था। जो हैदराबाद मे था। उस दिन हॉग ने सचिन तेंडुलकर की विकेट ली थी। जब सामना खतम हुआ तब हॉग ने सचिन तेंदुलकर के साथ एक फोटो खिचवाई और कहा, आपके साथ मैदान मे होना सम्मान की बात है और कुछ देर पश्चात सचिन को ऑटोग्राफ देने कहा। सचिनने हस्ताक्षर कर के निचे लिखा था,
''You will never get my wicket Again'' [यह फिर कभी नहीं होगा]
और वो समय दोबारा कभी नहीं आया। आत्मविश्वास के साथ जो बाते की जाती है वो यथार्थ ही संभव होती है। इसलिए हमें कोई भी काम करना हो तो वो सम्पूर्ण आत्मविश्वास से भरा हो तो वो कभी विफल नहीं होता। आत्मविश्वास हमेशा बनाये रखना आसान नहीं होता। लेकिन अगर हम आत्मविश्वास से पूर्ण है तो ये हमें बार बार ख़ुशी का अनुभव कराता है। जब जीवन आपको कठिन परिस्थितियों में डालता है तो यह मत कहो “मुझे क्यों” बल्कि कहो ‘क्योंकि मैं ही कर सकता हूँ।” आपको सबकुछ आसान लगने लगेगा और वो काम आप सहजता से पूर्ण हो सकता है।
जिन लोगो मे आत्मविश्वास की कमी होती है वो जल्दी बदलाव को अपनाने को तैयार नहीं रहते और वो जीवन की दौड़ से पीछे हट जाते हैं। कठिन परिस्थितियोसे बचते है, आलोचना के प्रति बहोत संवेदनशील होते है, खुद पे भरोसा करनेसे हिचखिचाते है। यह मानना महत्वपूर्ण है की आप बदल सकते है। परिवर्तन आसानीसे या जल्दी नहीं होता लेकिन बदलाव होता ज़रूर है। जिसके पास आत्मविश्वास है उसे ऐसे वातावरण मे भी उभरने की क्षमता देता है जो विभिन्न परिस्थितियोसे बदलता रहता है।
कैसे बढ़ाये अपना आत्मविश्वास ? How to increase our Self-Confidence ?
- अपनी ताकद को पहचाने और खुद की ही प्रशंसा करे।
- अपने लक्ष्य को निर्धारित करे और एकाग्रतासे आगे बढे।
- अपने आपको नए काम के लिए चुनौती दे और पिछले नकारात्मक जीवन का आपके भविष्य मे कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा इसका पूर्णतः ध्यान दे।
- अपनी भावनाओको सीधे तरीके से व्यक्त करे और जो अनुचित लगे वहा ना कहना सीखे।
- अगर आपको किसी की सहायता की आवश्कता है तो जरूर परामर्श करे। गलतिया होने पर घबराये नहीं, कोई भी परिपूर्ण नहीं होता ये हमेशा ध्यान मे रखे।
- सबसे जरुरी बात अपना काम समय पे पूर्ण करे।
मैं वो खेल नही खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,
क्यूँ की जीतने का मज़ा तभी है, जब हारने का रिस्क हो !!
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको कैसे बढ़ाये अपना आत्मविश्वास ? How to increase our Self-Confidence ? से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य नए आर्टिकल्स पढ़ने के लिए https://www.shrutimundada.com/ {Yutis Desk} के साथ बने रहें।
THANK YOU!
9 Comments
Best
ReplyDeleteVery Nice
ReplyDeleteसुपर 👍 👍 👍
ReplyDeleteNicely written, Fantastic job.
ReplyDeleteगजब
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteNicely written
ReplyDeleteBeautiful Explain.
ReplyDeleteThis is good.Thanks.
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