आज बहुत सारे छोटे व्यवसाय केवल यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सप्प और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से चल रहे हैं। चाहे अपनी खुद की ब्रांड पहचान बनाने की बात हो या अपने लक्षित लोगों तक पहुँचने की, ये नेटवर्किंग साइट्स आज के समय में वरदान हैं। एक तरह से देखा जाये तो दुनिया अब मुठ्ठी मे आ गई है।
ऐसी ही एक रत्न हैं, जिनका कभी नाम कमाने का इरादा नहीं था, लेकिन आज वे भारत के ऑनलाइन कुकिंग समुदाय में सबसे होनहार ब्रैंड्स में से एक हैं। एक साधारण गृहिणी से लेकर कुकिंग की दुनिया की स्टार बनने तक का उनका सफ़र उनके ब्लॉगिंग और यूट्यूब की वजह से बदल गया। उनका नाम है निशा मधुलिका।
एक बड़ा संघर्ष ही, एक बड़ी सफलता का इतिहास रचता है। 50 की उम्र में निशा मधुलिका जी यूट्यूब दुनिया की कुकिंग क्वीन बन गई। 50 वर्ष की आयु में जिस पड़ाव में लोग अक्सर रिटायरमेंट लेने की सोचते हैं उस उम्र में कुछ अलग और कुछ नई शुरुआत कर के, उस पर सफल होना आसान नहीं होता। परंतु निशा मधुलिका एक ऐसा नाम है जिन्होंने 50 की उम्र में अपने खाना बनाने के पैशन को यूट्यूब के माध्यम से लाखों लोगों तक पहुंचाया। जिस कारण उनके चाहने वालों ने इन्हें “कुकिंग क्वीन”का नाम भी दिया है।
निशा मधुलिका जी का जन्म 1950 को यूपी में हुआ। निशा जी साइंस ग्रेजुएट है। निशा मधुलिका के पति की दिल्ली में वेब डेवलपमेंट कंपनी है। वह वहां पहले एकाउंटिंग का काम संभालती थी, लेकिन नोएडा शिफ्ट होने के कारण उन्होंने ऑफिस जाना बंद किया और घर संभालने शुरू कर दिया था। घर की जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद भी उनके पास 6 घंटे फ्री रहते थे और वह इन 6 घंटे को किसी अच्छे काम में लगाना चाहती थी। परिवार की सलाह पर उन्होंने बिना पैसे लिए, गरीब बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाया परंतु बच्चे रेगुलर नहीं आ रहे थे। इस वजह से उन्हें यह काम भी छोड़ना पड़ा। निशा जी के पति और उनके बेटे ब्लॉग लिखा करते थे और उन्हें देखकर निशा जी ने भी ब्लॉक शुरू कर दिया।
2007 में उन्होंने अपना ब्लॉक बनाया जिसका नाम “खाना बनाना” था। वह रेसिपीज घर में बनाती थी और उसका फोटो क्लिक करके रेसिपी को ब्लॉक पर अपलोड करती थी। धीरे-धीरे उनके ब्लॉक पर ट्रैफिक आने लगा। वह हर रोज अपने ब्लॉगिंग का काम जी जान से करती थी। कुकिंग से संबंधित ब्लॉग लिखने के बाद निशा जी जब अपने ब्लॉग पर काफी सारी रेसिपी डाल रही थी फिर उन्हें किसी ने सलाह दी कि वह अपनी एक वेबसाइट बनाए। तब उनके बेटे ने 2008 में “nishamadhulika.com” नाम की एक वेबसाइट बना कर दी। वह वेबसाइट पर रेसिपी अपलोड करने लगी। उनके इस काम को बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था। वेबसाइट बनाने के बाद उन्होंने यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करना शुरू कर दिया।
शुरू में वीडियो बनाने में बहुत से दिक्कतें आई उनके हस्बैंड के साथ में हर रोज सुबह उठकर तैयार होकर 9:00 बजे तक रेसिपी शुट करती थी क्योंकि 9:00 बजे तक उनके पति को ऑफिस जाना होता था, इसलिए सब कुछ 9:00 बजे से पहले करना पड़ता था। जैसे-जैसे वीडियो ज्यादा अपलोड होने लगे वैसे वैसे उनके चाहने बढ़ने लगे और पैसे भी आने लगे थे। निशा मधुलिका के काम को भारत और अन्य देशों में सराहा गया। 2012 में उनको “रेसिपी स्कूल ऑफ इंडिया” का अवार्ड मिला। 2014 में यूट्यूब पर “चिपका अवार्ड” मिला।
जब शुरू किया था तब मैम की उम्र 50 की थी। आज मैम की उम्र 75 वर्ष की है। पैसे कमाने के तौर पर देखा जाए तो उनका नाम किसी भी टॉप आईटी कंपनी के सीईओ जितना वह कमाती है।उनके 10 साल की कड़ी मेहनत की वजह से उनके चैनल पर आज सिक्स पॉइंट वन मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइब है। निशा मधुलिका जी ने इस तरह से कुछ ही समय में काफी बड़ी सफलता को प्राप्त कर लिया।
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PC-Google |
अगर हमारे को कोई काम करना पसंद है और अगर जो हम उसे सच्चे मन से करें तो उसमें जरूर कामयाबी हासिल होती है। निशा मधुलिका जी की रेसिपी इंडिया के अलावा और भी कहीं देशों मे भी देखी जाती हैं। निशा मधुलिका की रेसिपी खास बात यह है कि वह सिर्फ वेजिटेरियन ही बनाती है। निशा मधुलिका जी ने बहुत कम समय में काफी कुछ हासिल कर लिया।
व्यक्ति अगर सच्चे दिल से, मेहनत से कुछ करना चाहे तो सफलता उस के कदम चुमती है। आज के समय मे वो हॉटस्टार पर भी अपना जलवा दिखा रही है। ऐसे कामयाबी चुमनेवाली किचन क्वीन को दिल से नमन।
THANK YOU!
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