50+ Kiran Bedi Quotes In Hindi किरण बेदी के अनमोल विचार

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Kiran Bedi Quotes In Hindi
 
 किरण बेदी के अनमोल विचार


1. हमारी शिक्षा प्रणाली और सामाजिक व्यवस्था स्त्रियों को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए, साधन मुहैया कराने और सशक्त बनाने में अक्षम है।


2. हमारे देश में स्त्रियों को आज भी एक वस्तु समझा जाता है।


3. स्त्रियों को अत्याचार के विरुद्ध अपनी आवाज उठाने के लिए अधिक समर्थन की आवश्यकता होती है; अन्यथा वे उपहास एवं अपमान का पात्र बन कर रह जाती हैं।


4. हमारे समाज में बहुत सी लड़कियों के लिए ससुराल, ससुराल ही रहती है, अपना घर कभी नहीं बन पाती है।


5. जो शिक्षा लड़कीयों को आत्मविश्वास से पूरीत नहीं कर सकती और आत्मनिर्भर होने की सामर्थ्य नहीं दे सकती; वह केवल साक्षरता है, शिक्षा नहीं।


6. आश्रित स्त्रियां आसानी से शोषण का शिकार हो जाती है।


7. किसी गलत विवाह में फंसने से तो अकेला रहना बेहतर है।


8. बहुत सी स्त्रियों को अंतिम सुरक्षा विवाह में ही नजर आती है।


9. मां बाप अपने बच्चों के बारे में सारे तथ्यों को प्रकट करने से इसलिए भी डरते हैं की बनती बात कहीं बिगड़ ना जाए और इस प्रक्रिया में वे विपत्ति के बीज बो बैठते हैं।


10. संभवत: स्त्रियों ने उस कानून का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है, जो उनकी रक्षा के लिए बनाया गया था।


11. न्याय मांग करता है कि दोनों पक्षों को सुना जाना चाहिए।


12. कोई भी स्त्री अपने जन्मदाताओं के प्रति अति संवेदनशील होती है और यही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी भी होती है; जो प्राय: उनके शोषण और दुःख दर्द का कारण बनती है।


13. एक विवाहित लड़की जिसे पति के घर में सुरक्षा न मिले, एक बेघर व्यक्ति के समान है।


14. गरीबी का पहला शिकार बनती है लड़कियों की शिक्षा।


15. यदि कोई दृढ़ संकल्प के साथ है तो खुशहाली के लिए कुछ भी बदला जा सकता है।


16. जहां है, वहीं से शुरुआत करें और परिवर्तन देखें।


17. अपराध समाप्ति के लिए दृढ़ संकल्प जरूरी है।


18. अस्वीकृति का अधिकार भारतीय कानून व्यवस्था की विधि पर निर्भर है।


19. जो नौजवान अधिकारी सत्ता संभालने व प्रभारी काम करने की आकांक्षाओं के साथ पुलिस सेवा में आया था; उसे असंख्य व्यक्तिगत व व्यवसायिक मांगो और दबाव के तहत काम करना पड़ता है।


20. गरीबी, निरक्षरता, बुरी सोहबत, उपेक्षित पढ़ाई, बेईमान और उदासीन पुलिस कार्यवाही और भ्रष्ट जेल प्रबंधन मुसीबतों की निर्माता और संवर्धक है।


21. शराबखोरी ऐसा अभिशाप है जो शराबी की जान लेने से पहले उसके परिवार को तबाह कर देता है।


22. नौकरशाह अक्सर शिकायतों के प्रति संवेदनहीन होते हैं और शिकायतों की मदद करने की बजाय उस शिकायत का औचित्य पूछते हैं।


23. माता पिता अगर सतर्क हो और बच्चों के बनने के दिनों में सख्त रवैया अपनाए तो किशोरावस्था में उनके शैतानी हरकतों को रोका जा सकता है ।यदि उन्हें नजरअंदाज किया गया तो तकलीफदेह नतीजे हो सकते हैं।


24. पुलिस की संवेदनहीनता और अक्षमता, उसे शिकायत के पीछे की सच्चाई को उजागर करने से रोकती है।


25. रुढ़िवादी भारतीय पुरुष और उसका परिवार मानता है कि बहुएं घरेलू कामकाज और दहेज के जरिए आर्थिक लाभ प्राप्त करने के साधन के अलावा और कुछ भी नहीं।


26. कई बार पारिवारिक स्थितियाँ व्यक्ति को अपनी लाचारी तकलीफदेह हालात को झेलने को विवश कर देती हैं।


27. हमारी व्यक्तिगत कठिनाइयां हमारी शिक्षा तथा उपेक्षा के कारण थी। यह ऐसा अभिशाप था जिसका निवारण किया जा सकता है।


28. निर्धन और पिछड़े इलाकों में पुलिस इंसाफ से कोसों दूर है। वह बेईमान और षड्यंत्रकारी है।


29. कमजोर और गरीब लोगों के लिए न्यायिक प्रक्रिया आज भी पहुंच से कोसों दूर है। वह निरंतर असंवेदनशील और अंधी बनी हुई है।


30. कुछ अभिभावकों के लिए बेटी की शादी जिंदगी और मौत का सवाल होती है । ये अपनी बेटियों की शादी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं और कितना भी पैसा खर्च कर सकते हैं।


31. माता-पिता का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए अड़ियल रवैया अपनाना; चाहे वह पढ़ाई की कीमत पर ही क्यों ना हो, घातक बन जाता है।


32. माता पिता को चाहिए कि वे बच्चों के साथ लगाव रखें और बचपन से लेकर उनके वयस्क होने तक उनकी जरूरतों का ख्याल रखें। कुछ मामलों में ये तो इसके आगे भी ध्यान दिए  जाने की जरूरत है।


33. बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा प्यार और सावधानी से पालन पोषण करने की जरूरत होती है। सिर्फ शिक्षा ही पर्याप्त नहीं है।


34. अनेक तरूणीयां असुरक्षा और भय का शिकार होती है। अगर वे अपने माता-पिता को विश्वास में लें और उनकी बात भी ध्यान से सुने तो बहुत सी जिंदगीयों की दिशा बदल सकती है।


35. ब्लैकमेल किए जाने के भय से जल्दीबाजी में की गई शादी का कोई भी भविष्य नहीं होता है। जिंदगी अनंत पीड़ा बन जाती है।


36. उठती जवानी का दौर बहुत नाजुक होता है। इस अवस्था की उत्तेजना व्यक्ति के जीवन का सत्यानाश कर सकती है।


37. अनजानी बातों का डर कभी-कभी व्यक्ति के जीवन में गलतियों पर और गलतियां कर बैठता है।


38. असफल विवाह बंधनों को बेवजह ढोते रहना, आगे चलकर घातक साबित होता है।


39. इस उम्मीद के सहारे बैठे रहने से यातना एवं पीड़ा और बढ़ जाती है कि समय के चलते हालात सुधर जाएंगे।


40. स्त्रियों को विवाह के बिना और विवाह के परे भी जिंदगी को देखने की जरूरत है।


41. सुनिश्चित न्याय व्यवस्था के अभाव में जीवन दुःखदाई हो सकता है।


42. अभी भी पुत्र वधू के माता-पिता से जबरन धन वसूलना भारतीय समाज में एक जन्म सिद्ध अधिकार माना जाता है।


43. शादी विवाह के मामलें में कुछ भी निश्चित नहीं मान बैठना चाहिए। यह बात पति व पत्नी को समझने की जरूरत है।


44. एक कामकाजी महिला को अपनी जीविका यानि अपने करियर के साथ समझौता करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह उसका जीवन बीमा होता है।


45. सतर्कता उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना कि विश्वास।


46. इंडियन स्पोर्ट्स स्टार, खासकर महिलाएं अपने पेरेंट्स के दृढ़ संकल्प की वजह से बनती है ना कि किसी संगठन द्वारा।


47. ऐसी कोई भी शादी जिसमें रोज झगड़ा होता हो, पवित्र नहीं है।


48. हर व्यक्ति जो पुलिस सर्विस में आता है वह अपने दृष्टिकोण, अपने क्वालिटी, अपने एटीट्यूड, अपने belief के साथ आता है और ये belief और दृष्टिकोण के डिग्री हर किसी में वैरी करती है।


49. जीवन एक ढलान पर है, या तो आप ऊपर जाओ या फिर आप नीचे आओ।


50. मेरा सपना अस्पष्ट था कि अगर मैं कोई असाइनमेंट लेती हूं। मैं उसको पूरी तरह से न्यायपूर्ण तरीके से करूंगी अन्यथा उसे लूंगी ही नहीं।


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51. मैं प्रार्थना में विश्वास करती हूं। मैं लोगों की सेवा और उनकी कृतज्ञता में विश्वास रखती हूं।


52. जो ठीक आपके सामने है, उस पर फोकस करो --उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ दो। ये आने वाले कल का बीज होता है।


53. जो लोग समय रहते अपने जीवन का चार्ज नहीं लेते हैं, वे समय द्वारा लाठी चार्ज किए जाते हैं।


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