समय का पहिया हर समय चलता है। यही वजहसे वो एक जैसा नहीं रहता, बदलता रहता है। सिक्के के दो पहलु होते है। सिक्के के दोनों पहलु एक दूसरेसे जुड़े होने के बावजूद एक दूजे से विपरीत होते है। मनुष्य का जीवन भी सिक्को की पहलु की तरह होता है। जिसमे कभी सुख तो कभी दुःख, कभी आशा तो कभी निराशा, कभी ख़ुशी तो कभी गम, कभी जय तो कभी पराजय, कभी यश तो कभी अपयश, कभी मिलना तो कभी बिछड़ना है।
मै जो सोच रही हु शायद आप भी वो ही सोच रहे हो। क्या कल सब बेहतर होगा? आज हरतरफ ताणतणाव का माहौल दिखाई दे रहा है। हर कोई परेशान नज़र आ रहा है। सारे कारोबार बंद हो गए। किसी को घर के राशन की चिंता, किसी को वेतन की चिंता, किसी को लोन की किश्ते भरने की चिंता, किसी को पढाई चिंता, समाज का हर घटक आज चिंताग्रस्त है। हम एक ही नाव मे नहीं है, सबके लिए चीजे अलग है लेकिन हम एक ही तूफान मे है। कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता, परिवर्तन संसार का नियम है। यह ऐसा सत्य है जो झुटलाया नहीं जा सकता। अगर दिन है तो रात भी होनी है, दिन है तो दिन ही नहीं रहेगा। अगर ज़िन्दगी मे दुःख है तो सुख की घडी भी आएगी। जो वक़्त के साथ आता भी है और चला भी जाता है। लेकिन उस के लिए इंतज़ार करना पड़ता है। जो इंतज़ार नहीं करते वो खत्म हो जाते है। एक बात याद रखना, ''कठिन समय तुम्हारी प्रतिभा को निखारता है, सुखदायी समय दुनिया की श्रेष्ठता आपके करीब लाता है, जीवन दोनों का मिश्रण है''।
हमेशा हमने अकबर बीरबल के जोक्स सुने है,आज मे आपको एक किस्सा बताती हु। शायद काफी लोगो को पता भी होगा, लेकिन इसे आज दोहराने का समय आया है। अकबर ने बीरबल से कुछ ऐसा लिखने को कहा, जिसे ख़ुशी मे पढ़ो तो गम हो और गम मे पढ़ो तो ख़ुशी हो। बीरबल ने कहा, ''... ये वक़्त भी गुजर जायेगा''। इसी बात को ध्यान मे रखते हुए हमें आगे बढ़ना है । समय मूल्यवान है, लेकिन जीवन अमूल्य है। ज़िन्दगी हमारे सोच से परे है, हमें उसका मूल्य समझना है । ये ज़िंदगी फिरसे रफ़्तार लेगी, फिरसे हम सब साथ होंगे। फिरसे गांव मे हसी और शहरो मे रौनक आएगी, पटरी पे रेलगाड़ी फिरसे रफ़्तार लेगी, फिरसे खेलोसे मैदान गूंजेंगे, फिरसे स्कूल मे बच्चे दौड़ेंगे, फिरसे मंदिर-मस्जिद खुलेंगे, फिरसे इबादत होगी। फिरसे नई उड़ान होगी, हमारी हसी, ख़ुशी फिरसे दस्तक देगी, फिरसे मुस्कुराएगा इंडिया। जानती हु, ज़िंदगी मुश्किल लग रही है, सब रास्ते खोए खोए लग रहे है। लेकिन ये वक़्त भी गुजर जाएगा। किसी ने बहोत खूब कहा है, ख़ुशी ही नहीं ठहरी तो गम की क्या बिसाद है ?
मै जो सोच रही हु शायद आप भी वो ही सोच रहे हो। क्या कल सब बेहतर होगा? आज हरतरफ ताणतणाव का माहौल दिखाई दे रहा है। हर कोई परेशान नज़र आ रहा है। सारे कारोबार बंद हो गए। किसी को घर के राशन की चिंता, किसी को वेतन की चिंता, किसी को लोन की किश्ते भरने की चिंता, किसी को पढाई चिंता, समाज का हर घटक आज चिंताग्रस्त है। हम एक ही नाव मे नहीं है, सबके लिए चीजे अलग है लेकिन हम एक ही तूफान मे है। कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहता, परिवर्तन संसार का नियम है। यह ऐसा सत्य है जो झुटलाया नहीं जा सकता। अगर दिन है तो रात भी होनी है, दिन है तो दिन ही नहीं रहेगा। अगर ज़िन्दगी मे दुःख है तो सुख की घडी भी आएगी। जो वक़्त के साथ आता भी है और चला भी जाता है। लेकिन उस के लिए इंतज़ार करना पड़ता है। जो इंतज़ार नहीं करते वो खत्म हो जाते है। एक बात याद रखना, ''कठिन समय तुम्हारी प्रतिभा को निखारता है, सुखदायी समय दुनिया की श्रेष्ठता आपके करीब लाता है, जीवन दोनों का मिश्रण है''।
हमेशा हमने अकबर बीरबल के जोक्स सुने है,आज मे आपको एक किस्सा बताती हु। शायद काफी लोगो को पता भी होगा, लेकिन इसे आज दोहराने का समय आया है। अकबर ने बीरबल से कुछ ऐसा लिखने को कहा, जिसे ख़ुशी मे पढ़ो तो गम हो और गम मे पढ़ो तो ख़ुशी हो। बीरबल ने कहा, ''... ये वक़्त भी गुजर जायेगा''। इसी बात को ध्यान मे रखते हुए हमें आगे बढ़ना है । समय मूल्यवान है, लेकिन जीवन अमूल्य है। ज़िन्दगी हमारे सोच से परे है, हमें उसका मूल्य समझना है । ये ज़िंदगी फिरसे रफ़्तार लेगी, फिरसे हम सब साथ होंगे। फिरसे गांव मे हसी और शहरो मे रौनक आएगी, पटरी पे रेलगाड़ी फिरसे रफ़्तार लेगी, फिरसे खेलोसे मैदान गूंजेंगे, फिरसे स्कूल मे बच्चे दौड़ेंगे, फिरसे मंदिर-मस्जिद खुलेंगे, फिरसे इबादत होगी। फिरसे नई उड़ान होगी, हमारी हसी, ख़ुशी फिरसे दस्तक देगी, फिरसे मुस्कुराएगा इंडिया। जानती हु, ज़िंदगी मुश्किल लग रही है, सब रास्ते खोए खोए लग रहे है। लेकिन ये वक़्त भी गुजर जाएगा। किसी ने बहोत खूब कहा है, ख़ुशी ही नहीं ठहरी तो गम की क्या बिसाद है ?
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खुद से यु नाराज़ न हो,
ये पल भी
गुजर जायेगा।
जो तुझे आज देख के मुड़ जाता है,
वो कल तुझे मुड़ मुड़ जायेगा...
जो तुझे आज देख के मुड़ जाता है,
वो कल तुझे मुड़ मुड़ जायेगा...
14 Comments
Bahot khub ...isiliye Geeta ke updesho ko jeevan ka sar kehte hain
ReplyDeleteosm writting bhabhi
ReplyDeleteSach me ye wakt bhi gujar jayega.....
ReplyDeleteActually right saying
ReplyDeleteWell said... Positivity... Yes Ye waqt bhi gujar jayega. शुभम भवतु
ReplyDeleteExcellent...👏👏
ReplyDeletePatience .... Best of all virtues ...!!
ReplyDeleteBoht achaa likha
ReplyDeleteBahot khub
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteWell said
ReplyDelete🔥🔥🤘🤘
ReplyDeleteNice....
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