Hindi Quotes On Life


          आज हम आपके सामने ला रहे है हिंदी कोट्स जिसे पढ़कर आपको भी लगेगा की ये तो हमारे ज़िंदगी से जुड़े है और ये सही है। ज्यादा देर न करते हुए शुरू करते है Hindi Quotes On Life -



Hindi Quotes On Life


 कोई भी व्यक्ति हमारा मित्र या शत्रु बनकर संसार में नहीं आता,

हमारा व्यवहार और शब्द ही लोगों को मित्र और शत्रु बनाता है।


दुआ कभी साथ नहीं छोड़ती और बद्दुआ कभी कभी पीछा नहीं छोड़ती।

जो दोगे वही लौटकर आएगा, चाहे वह इज्जत हो या धोका…


 जीवन हमें दूसरा मौका जरूर देता है, जिसे कल कहते हैं…

पाप निःसंदेह बुरा है; लेकिन उससे भी बुरा है पुन्य का अहंकार।


ज़िन्दगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता हैं, और आसान करने के लिए समझना पड़ता हैं…


जीवन केवल एक अनुभव है, ना कुछ उससे अधिक और ना कुछ उससे कम…


घाव ठिक हो जाने से, हादसे नही भूले जाते..


समय अच्छा हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है, समय खराब हो तो मजाक भी गलती बन जाती है।


 झूठ की खरीददारी ज्यादा दिन तक नही टिकती, सच एक ही सही, अंत तक साथ देता है।


सबसे शक्तिशाली पद हासिल उतना कठिन नहीं होता जितना उस पर बने रहना होता हैं


यादें ही तो ज़िन्दगी का खज़ाना हैं. बाकी तो सबको खाली हाथ ही जाना हैं…


दुसरों की बुराई करके अपना किरदार अच्छा नहीं होता..


 खुद पर काबु रखना एक परिपक्व इंसान की निशानी है;

वक्त से पहले खुद पर काबु खो देना अपरिपक्वता की पहचान है।


अजीब तरह के लोग है इस दुनिया में, अगरबत्ती भगवान के लिए खरीदते है और खुशबू अपने पसंद की तय करते हैं।


कुछ लोगों को ऊँचाई पर पहुंचने की इतनी जल्दी होती है की

छोटे लोगों के हाथ पकड़ने की बजाय बड़े लोगों के पाँव पकड़ना पसंद करते है।


गरीबों का मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिये; क्योंकि गरीब होने में वक़्त नही लगता!

 

शीशा और रिश्ता दोनों नाजुक होते हैं, पर दोनों में अंतर यह है कि,

शीशा गलती से टूट जाता है और रिश्ता गलतफहमी से!


हर किसी के पास अपने-अपने मायने हैं, खुद को छोड़, सिर्फ दूसरों के लिए आईने हैं..


खुल कर ज़िंदगी जीने की कुंजी है खुद पर “नियंत्रण”


गलतफहमियों के सिलसिले आजकल इतने दिलचस्प है कि, हर ईंट सोचती है कि दिवार मुझ पर टिकी है..


हर चीज में फर्क करना अच्छी बात नहीं, कुछ चीजें अलग होकर ज्यादा खूबसूरत लगती है।


गुणों के सहारे ही व्यक्ति सफल हो पाता है, मगर विनय और विवेक साथ हो तो शिखर छू जाता है..


जब विश्वास जुड़ता है तो पराये भी अपने हो जाते है और जब विश्वास टूटता है तब अपने भी पराये हो जाते है।


इंसान तारों को तब देखता है, जब जमीं पर कुछ खो देता है…


सिर्फ वो लोग आपकी परवाह करते हैं, जो आपको तब भी सुन सकते है, जब आप चुप होते है।


टेंशन उतना ही लो जितने में काम हो जाएं, उतनी नहीं कि जिंदगी ही तमाम हो जाएं..!


बीता हुआ वक़्त अगर आपको परेशान कर रहा हैं, तो यही समय हैं उसे श्रद्धांजलि देने का..


कठिण परिस्थितियों में संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य संपत्ती विकसित होती हैं जिसका नाम है... आत्मविश्वास 


ज़िंदगी में सबसे ज्यादा दुख बिता हुआ सुख देता है।


जो ज्ञानी होता है उसे समझाया जा सकता है, जो अज्ञानी होता है उसे भी समझाया जा सकता है,

लेकिन जो अभिमानी होता है उसे कोई नही समझा सकता, उसे केवल वक्त ही समझा सकता है।


संसार में मनुष्य एकमात्र प्राणी है जिसका जहर उसके शब्दों में है।


इज़्ज़त इंसान की नहीं होती है, ज़रुरत की होती हैं; ज़रुरत ख़त्म तो इज़्ज़त ख़त्म


 यकीन करो जो तुम्हें भूल चुका है वो भी याद करेगा, बस उसके मतलब के दिन आने दो..


 जिंदगी ने एक बात ज़रूर सिखाई, माँ-बाप के सिवा कोई अपना नहीं होता.


कहानी ज़िन्दगी की यही है… कि इसमें मनचाहा किरदार नहीं मिलता!


जो व्यक्ति हर वक्त दुख का रोना रोता है, उसके द्वार पर खड़ा सुख बाहर से ही लौट जाता है।


जिसके पास उम्मीद और आस है, वो ज़िन्दगी के हर इम्तिहान में पास हैं…!


कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती है, मगर पहचान छिन लेती है।


हर कोई अपना नहीं होता, और यही सच है..!!


कितने अजीब हैं ये जमाने के लोग, खिलौना छोड़ कर जज़बातों से खेलते है।


जो तुमसे तंग आ जाए उसे छोड़ दो, क्योंकि बोझ बन जाने से याद बन जाना बेहतर है..


क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है जब वह अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पाता है।


मनुष्य के दिमाग में दो घोड़े दौड़तें हैं, एक Negative और दुसरा Positive;

इनमें जितेगा वहीं जिसको ज्यादा खुराक मिलेगी।


 वक़्त से आगे तुम चल नहीं सकते पर सोच सकते हो…


सिर्फ सूकून ढूंढिए..”ज़रूरते” कभी पूरी नहीं होती।


खूबसूरत चेहरा भी बूढ़ा हो जाता है, ताकतवर जिस्म एक दिन ढल जाता है। 


पद और ओहदा भी एक दिन समाप्त हो जाते है..लेकिन एक अच्छा इंसान हमेशा अच्छा इंसान ही रहता है


जिंदगी में सारा झगड़ा ख़्वाहिशों का हैं, न तो किसी को गम चाहिए और न ही किसी को कम चाहिए 


कुछ सच तो हम पहले से जानते थे, बस देखना चाहते थे कि लोग झूट कहाँ तक बोल सकते हैं!


 सच बोलने के लिए कोई तैयारी नही करनी पड़ती, सच हमेशा दिल से निकलता है।


गलती उसी से होती है जो मेहनत से काम करता है,

निकम्मो की जिंदगी तो दुसरों की बुराई खोजने में खत्म हो जाती है।


आप अपने शब्दों को चाहे जितनी भी समझदारी से बोलिए लेकिन

सुनने वाला अपनी योग्यता और अपने मन के विचारों के अनुसार ही उसका मतलब निकालता है.


अंहंकार न पालिये जनाब, वक़्त के समंदर में कई सिकंदर डूब गए!


 Somebody defines ego so beautifully …

“बस इतनी सी बात समुंदर को खल गई, एक कागज़ की नाव मुझपे कैसे चल गई ??? 


समझदार व्यक्ति जब संबंध निभाना बंद कर दें तो समझ लो उसके आत्मसम्मान को कही ना कही ठेस पहुंची है..!


 वो बुलंदी किस काम की जनाब… इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जाये।


यूं ना छोड़ ज़िंदगी की किताब को खुला, बेवक्त की हवा ना जाने कौन सा पन्ना पलट दें।


किसी इंसान के आज को देखकर उसके भविष्य का मजाक मत उड़ाओ,

क्योकि समय में इतनी शक्ति है कि वो कोयले को धीरे-धीरे हिरे में बदल देता है।


समय जब फैसला करता है तब, गवाहों की जरूरत नहीं होती..


वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करो, सुबह

उनकी भी होती है जिनको कोई याद तक नहीं करता।


 बड़ी चालाक होती है ये ज़िदगी हमारी.. रोज नया कल देकर उम्र छिनती रहती है


 पानी भी क्या अजीब चीज है, नजर उनकी आँखों में आता है, जिनके खेत सूखे है।


लोग बहुत अच्छे होते हैं अगर हमारा वक़्त अच्छा हो तो…


मन में वहम हो तो निकाल देना.. ना यारों की कमी है, ना जिगर की!


 बात संस्कार और आदर कि होती है…वरना, जो इंसान सुन सकता है वो सुना भी सकता है


कागजों को एक साथ जोड़े रखने वाली पिन ही कागजों को चुभती है, उसी प्रकार परिवार को भी वहीं व्यक्ति चुभता है जो परिवार को जोड़ के रखता है…


कचरे में फेंकी रोटियां रोज ये बयां करती है कि पेट भरते ही लोग अपनी हैसियत भूल जाते है..


रोये बगैर तो प्याज भी नहीं कटता, यह तो जिंदगी है जनाब ऐसे कैसे कट जाएगी।


अपने वजूद पर इतना न इतरा ए ज़िन्दगी, वो तो मौत है जो तुझे मोहलत देती जा रही है..!


सारी उम्र गुज़री यूं ही रिश्तों की तुरपाई में…मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकि उधड़ गए कच्ची सिलाई में। 


 न जाने कितने ही रिश्ते खत्म कर दिये इस भ्रम ने…कि मैं सही हूं, सिर्फ मैं ही सही हूं


झूठ इसलिए बिक जाता है, क्योंकि सच खरीदने की हैसियत सबकी नही होती।


वक्त जब शिकार करता है हर दिशा से वार करता है। 


क्रोध हमेशा मूर्खता से शुरू होकर पश्चाताप पर समाप्त होता है।


ताश का जोकर और अपनों की ठोकर अक्सर बाजी घुमा देते हैं।


 गुरुर किस बात का साहब, आज मिट्टी के उपर, तो कल मिट्टी के निचे…


बहुत दुर तक जाना पड़ता है सिर्फ यह जानने के लिए..कि नज़दीक कौन है!!


जिंदगी में हर जगह हम जीत चाहते है..सिर्फ फूलवाले की दुकान ऐसी है,

जहाँ हम कहते है की हार चाहिए..क्योकि हम भगवान से जीत नहीं सकते। 


हलके-हलके बढ़ रही है चेहरे की लकिरें; लगता है, नादानी और तजुर्बे का बंटवारा हो रहा है..


 रूठे हुए को मनाना जिंदगी है, दुसरों को हंसाना जिंदगी है।

कोई जीतकर खुश हुआ तो क्या हुआ, सब कुछ हारकर मुस्कुराना भी जिंदगी है।


खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो. सहारे कितने भी भरोसेमंद हो, एक दिन साथ छोड़ ही जाते है!!


पैरों से कांटा निकल जाए तो चलने में मज़ा आता है, और मन से

अहंकार निकल जाए तो जीवन जिने में मज़ा आता है।


जब इंसान की जरूरत बदल जाती है तो उसका आपसे बात करने का तरीका भी बदल जाता है।


गलतियाँ जीवन का एक हिस्सा है, पर इन्हें स्वीकार करने का साहस बहुत कम लोगों में होता है।


 मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िंदगी में, बस हम गिनती उसी की करते है, जो हासिल न हो सका..


लोग आपको नहीं आपके अच्छे वक़्त को अहमियत देते हैं…


 हजारों ख़्वाब टूटते हैं, तब कहीं एक सुबह होती है..!!


 “इंसान का ‘ज़मीर’ और शतरंज का ‘वज़ीर’ एक जैसा होता है क्योकी अगर दोनो मर गए, तो खेल खत्म”


बहुत गज़ब नजारा है इस अजीब सी दुनिया का,

लोग बहुत कुछ बटोरने में लगे हैं खाली हात जाने के लिए..


“कौन क्या कर रहा है, कैसे कर रहा है, क्यो कर रहा है”

इन सब से जितना आप दुर रहेंगे, उतने ही खुश रहेंगे।


जीवन में सुखी होने के लिए दो शक्तियों कि जरुरत होती है

एक ‘सहन’ शक्ति और दुसरी ‘समझ’ शक्ति।


 लोग समय नष्ट करने की बात करते हैं,

जबकि धीरे-धीरे समय उन्हें नष्ट करता रहता है।


जब लोग परेशां हो जाते हैं, काफी हद तक इंसान हो जाते हैं।


जिंदगी सुधरने का मौका हर किसी को नहीं देती, कभी ऐसा मौका मिले तो छोड़ना मत…


जब-जब हम चुप रहकर सब बर्दाश्त कर लेते है, तब तो दुनिया को अच्छे लगते है;

सिर्फ एक बार सच्चाई बयां कर दो, तबसे बुरे लगने लगते है।


ऐसे माहौल में दवा क्या है और दुआ क्या है;

जहाँ कातिल ही खुद पूछे कि हुआ क्या है…


इंसान एक दुकान है और जुबान उसका ताला.. ताला जब खुलता है

तब मालूम होता है कि, दुकान सोने की है या कोयले की…


जिंदगी हसाये तब समझना की, अच्छे कर्मों का फल मिल रहा है।

और जब जिंदगी रूलाये तब समझना की, अच्छे कर्म करने का समय आ गया है।


कभी-कभी हम धागे ही इतने कमज़ोर चुन लेते हैं कि पूरी उम्र ही गाँठ बांधने में गुज़र जाती है।


कभी-कभी बहुत छोटे-छोटे निर्णय ही हमारे जीवन को हमेशा के लिए बदल देते है।


बोलना सीखिए वरना ज़िन्दगी भर सुनना पड़ेगा… ये याद रखिये। 


जिस तरह बंदूक से निकली गोली ये नही जानती

कि वो किसका अंत करेगी, 

उसी तरह गुस्से में मुंह से निकली बात नहीं जानती 

की वो किस रिश्ते को समाप्त करेगी।


उड़ने में बुराई नहीं है, आप भी उड़ें..लेकिन उतना ही जहाँ से जमीन साफ़ दिखाई देती हो।


अजीब दस्तुर है ज़माने का…अच्छी यादें पेनड्राईव में और बुरी यादें दिल में रखते है।


ज्यादातर लोग असफल हो जाते हैं क्योंकी वे दुसरों की नक़ल करते हैं,

वे यह नहीं समझ पाते कि सबके प्रश्न अलग-अलग होते हैं…



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