हौसले ज़रूरी है सपनो को बुनने के लिए,
....परो के बिना कहा सपने पुरे होते है ?
हम सभी लोग सपने देखते है। कुछ सपने अच्छे होते है तो कुछ डरावने होते है। एक तरह से सोचो तो लगता है सपने हमारे ज़िन्दगी का अहम् हिस्सा है। हमारे सपने जानने के लिए हमें ही उत्सुकता रहती है क्योंकि ९० प्रतिशद सपने हमें नींद से जागने के बाद याद नहीं रहते। हम सोचने पे विवश हो जाते है। हमें ये सपना आया कहा से ? सपने की शुरुवात कहा से हुई थी ? कई सवाल हमारे मन मे उधम मचाते है और हमारी उत्सुकता बढ़ाते है।
वैसे तो काफी महान लोगोने सपने की परिभाषा बताई है। कलाम जी का सपनो को लेकर कुछ अलग ही सोचना था, उनका कहना था '' सपने वो नहीं है जो हम नींद में देखते है, सपने वो है जो हमको नींद नहीं आने देते"। उनकी इस बात ने लोगो को जिंदगी में नये सपने बुनने के लिए एक ऊंची उड़ान दी।
You have to dream before your dreams can come true
इससे पहले कि आपके सपने सच हों, आपको सपने देखने होंगे.
-Abdul Kalam
स्वप्नरूपी बी को सकारात्मक सोच की खाद डालने से हकीकत रूपी फल आने को कोई नहीं रोक सकता लेकिन उसके लिए काम मे एकाग्रता और खुद पर विश्वास होना अनिवार्य है और सबसे अहम् बात हमारे फसल को नकारात्मक ऊर्जा से बचाये रखना सबसे बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को अगर आप पार कर लेते हो तो सब्र के मीठे फल चखने से आपको कोई रोक नहीं सकता। अब ये आपके हाथ मे है की मीठे फल चखना है या फसल उजाड़ देना है।
Amazing Facts about Dreams
What is Dream?
एक सपना छवियों,
विचारों, भावनाओं और संवेदनाओं
का उत्तराधिकार है
जो आमतौर पर
नींद के कुछ
चरणों के दौरान
मन में अनैच्छिक
रूप से होते
हैं। अनुसंधान से
पता चलता है
की सपने देखना
नींद का सिर्फ
एक चरण नहीं
है बल्कि हमारी
भलाई मे अपने
महत्वपूर्ण कार्य करता है।
सपने मानवजाति के कई
महान अविष्कारो के
लिए जिम्मेदार है
जैसे की हीरूभाई
अम्बानी, महेंद्रसिंग धोनी इन्होने
अपने सपनो को
नई उड़ान दी
और आज उनका
मुकाम हम सब
जानते है। वो
किसी परिचय के
मोहताज नहीं। और भी
कुछ उदाहरणों मे
शामिल है। जैसे
की,....
सपनो के बारे
मे सबसे आश्चार्यजनक
बात तो ये
एक भी है
की, बहोत लोगो
ने अपने सपने
मे अपना भविष्य
देखा है। वास्तव
मे वो देखा
है जो उनके
साथ बाद मे
हुआ। आप कह
सकते है की
उन्हें भविष्य की झलक
मिल गई हो
या कोई संयोग
हो सकता है।
कुछ दिलचस्प और
गंभीर सपने शामिल
है जैसे की,
अब्राहम लिंकन ने उनकी
हत्या का सपना
देखा था। ९/११ के
पीड़ितों मे से
कई ने अपने
तबाही के सपने
देखे थे। मार्क
ट्वेन ने अपने
भाई के निधन
का सपना देखा
था। टाइटैनिक के
बारे मे भी
अप्रत्यक्ष सपना देखा
गया था।
और एक बात
हम नींद को
शांति के साथ
जोड़ते है, हमारा
मानना ये है
की थोड़ी नींद
लेने से हमें
आराम मिल जायेगा
लेकिन सच तो
ये है की
वास्तव मे हमारा
दिमाग दिन की
तुलना मे नींद
के दौरान अधिक
सक्रीय होता है।
सपने सकारात्मक की तुलना
मे ज्यादातर नकारात्मक
होते है। क्रोध,
दुःख, भय ये
तीन भावनाए व्यापक
रूप से ज्यादा
दिखाई देती है।
बहोत बार हम
घबराकर नींद से
जाग जाते है
शायद ये नकारात्मक
सपने का परिणाम
है।
अब आप बताये
आपकी सपनें की
परिभाषा क्या है
? क्या सपने सच बनाये
जा सकते है ?
और एक बात हम नींद को शांति के साथ जोड़ते है, हमारा मानना ये है की थोड़ी नींद लेने से हमें आराम मिल जायेगा लेकिन सच तो ये है की वास्तव मे हमारा दिमाग दिन की तुलना मे नींद के दौरान अधिक सक्रीय होता है।
सपने सकारात्मक की तुलना मे ज्यादातर नकारात्मक होते है। क्रोध, दुःख, भय ये तीन भावनाए व्यापक रूप से ज्यादा दिखाई देती है। बहोत बार हम घबराकर नींद से जाग जाते है शायद ये नकारात्मक सपने का परिणाम है।
अब आप बताये आपकी सपनें की परिभाषा क्या है ? क्या सपने सच बनाये जा सकते है ?
5 Comments
Hi😀
ReplyDeleteGood Work
ReplyDeleteinteresting..
ReplyDeleteBeautifully written. Stay blessed
ReplyDeleteInteresting!
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