धैर्य का रहस्य इस बिच कुछ और करना है।
What is Patience?
धैर्य प्रतीक्षा करने की क्षमता है। जो भी हमें पाना है वो सहज, सरल हासिल नहीं होता। उसके लिए हमें अथक परिश्रम और मेहनत करनी होती है। लेकिन जब तक आप धैर्य से काम नहीं लोगे तब तक आपको कुछ भी नहीं मिलेगा। अभी बहोत हो गया, और इंतज़ार नहीं कर सकता, अभी नहीं तो कभी ? ऐसा रवैया हमें सफलता से काफी दूर लेके जाता है।
हम जब नया कुछ काम करते है तब हमे असहज महसूस होने लगता है। हम किसी नई जगह पे है तो भी हम असहज महसूस करते है। रोज़ की बात ले लो, हमने हमारा वॉलेट/पर्स बदल लिया तो कुछदिन हमें असहज होता है। क्योंकि हम पहलेवाले के साथ समायोजित [Adjust] हो चुके होते है। लेकिन थोड़ा धैर्य के साथ काम लेंगे तो वही सब सहज, आसान लगने लगता है। कोई भी काम आसान जब लगता है तब आप अपने सुविधाक्षेत्र से बाहर आके काम करोगे। हमें किसी भी काम के साथ समायोजित होने मे समय तो लगता है लेकिन अगर हम धीरजपूर्व आगे बढे तो वही सब आसान लगने लगता है। आजकल हम सब मे सब्र की बहोत कमी है। हमे जो भी चाहिए वो आसानीसे और जल्दी चाहिए होता है। हम कोई भी काम करते है तो हमें जल्दही अच्छा परिणाम चाहिए होता है। अच्छे और बड़े मौके मिलने मे समय लगता है। धैर्य शांत,आशा और विश्वास है की चीज़े सही हो जाएगी। आप शिकायत किये बिना इंतज़ार करे। आप शुरुवात मे अंत की तस्वीर लेते है और अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए दृढ रहते है। धैर्य भविष्य के लिए एक प्रतिबद्धता है। जिसने धैर्य का स्वीकार कर लिया उसने अपने लक्ष्य को पा लिया। धैर्य हमारी कुछ पाने की क्षमता को भी बढ़ाता है। ज़िन्दगी के हमें सब कुछ आसानी से नहीं मिलता। धैर्य एक तनावसे बचने और आराम करने मे मदद करता है। धैर्य से बड़े काम करने की प्रेरणा भी मिलती है।
हम मार्शमैलो थेओरी देखते है जो आपको धैर्य का परिचय कराएगी। [marshmallow means sweet like toffy] एक बार शिक्षक ने कक्षामे जाके बच्चो को मार्शमैलो दिया और कहा, ये टॉफी आपको अगले १५ मिनट तक नहीं खाना है। ये कहकर शिक्षक कक्षा से बाहर चले गए। ५० बच्चो के हाथ मे वो टॉफी थी और उनके मन मे टॉफ़ी खाने का लालच आ गया और ५ मिनट बाद कुछ बच्चोने टॉफ़ी खाली। जब शिक्षक १५ मिनट बाद वापस आये तो देखा, ७ बच्चे मार्शमैलो को देख रहे थे और बाकि सब बच्चोने टॉफ़ी खा ली थी, वो सब मार्शमेलो के बारे मे चर्चा कर रहे थे। उन ७ बच्चो के नाम शिक्षकने अपने डायरी मे लिख लिए थे। कुछ वर्षो पश्चात शिक्षक ने उन बच्चो की खोज की तो पता चला, वो ७ बच्चे आज बहोत अच्छा काम कर रहे है। उन्होंने सफलता का मुकाम हासिल कर लिया है। उनकी समाजमे भी अच्छी प्रतिष्ठा है। बाकी बच्चो की खोज के बाद ये सामने आया की वो सामान्य जीवन जी रहे थे और आर्थिक परिस्थिति का सामना करते हुए नज़र आए। इसी से यही सिख मिलती है की जिसने अपना काम धैर्यसे किया उसने अपना मुकाम पा लिया। सफल होने के लिए सिर्फ मेहनत ही नहीं तो धैर्य भी अनिवार्य है।
“Two things define you:
your patience when you have nothing
and
your attitude when you have everything.”
10 Comments
Beautifully written. God bless you. Keep writing good thing and motivate us.
ReplyDelete🤟👍👍👍
ReplyDeleteVery true and patience makes you stronger and successful in longterm.....
ReplyDeleteधीरज से कार्य करणा ही सफलता की सीढी है !
ReplyDeleteExcellent article. Fundamental of life explained in very simple language. Motivating.
ReplyDelete- CHETANA
Excellent
ReplyDeleteबहोत खूब
ReplyDeleteबहुत सुंदर...
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना..
ReplyDeleteIt's true, and excellent work is done by you
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